आदिवासी भुईहरी जमीन की प्रकृति बदलकर बेचने का मामला गंभीर : बाबूलाल

रांची। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि रांची में आदिवासी भुईहरी जमीन की प्रकृति बदलकर उसे बेचे जाने का मामला अत्यंत गंभीर है।
मरांडी ने रविवार को सोशल मीडिया एक्स पर कहा है कि कांके के चामा गांव में मैंने स्वयं ग्रामीणों से मिलकर जमीन की हेराफेरी की जानकारी ली थी और इसे प्रशासन के संज्ञान में लाया था।
कांके अंचल की कई जमीनों पर इंडी गठबंधन के नेताओं और जमीन माफियाओं की नजर है। सत्ता के संरक्षण में रैयती, पहनाई, भुईहरी और गैर मजरुआ जमीनों पर माफिया तत्व जबरन कब्जा कर रहे हैं। बरियातू में भुईहरी जमीन पर कब्जे के मामले में हेमंत सोरेन की भूमिका किसी से छुपी नहीं है।
उन्होंने कहा कि सिर्फ एक कंप्यूटर ऑपरेटर के बूते 200 एकड़ जमीन की हेराफेरी संभव नहीं है। इस पूरे खेल में अंचलाधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय तक की मिलीभगत है और मुख्यमंत्री की संलिप्तता से भी इनकार नहीं किया जा सकता।
ऐसे में इस पूरे प्रकरण की गहराई से जांच कर दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।

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